अनिल सक्सेना, रायसेन। रायसेन जिले के विकासखंड अंतर्गत आने वाला ग्राम भंवर खेड़ी हिनोतिया में करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी जल संकट मंडराने लगा है। यहां ग्रामीणों को पीने के लिए पानी भी नहीं मिल रहा है। गांव में सिर्फ दो हैंडपंप है, जिसमें से एक खराब है और दूसरे में पानी गंदा आता है। मामले को लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय में जनसुनवाई के लिए ग्रामीणों ने कई बार आवेदन दिए, मगर अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई।
मध्यप्रदेश सरकार ने पीने का पानी घर-घर तक पहुंचाने के लिए नल जल योजना बनाई है। योजना के तहत रायसेन जिले में शासन के करोड़ों रुपए खर्च कर नल के माध्यम से घर-घर पानी पहुंचाने का दावा किया गया। लेकिन आज भी जिले के कई गांव ऐसे हैं जहां नल जल योजना नहीं पहुंच पाई है। जिसके कारण ग्रामीण एक-एक बूंद पानी के लिए भटकते रहते हैं।
मामला जिले के विकासखंड अंतर्गत आने वाला ग्राम भंवर खेड़ी हिनोतिया का है। जहां सुकृति के बाद भी नलजल योजना के तहत अब तक पाइपलाइन नहीं बिछाई गई है। जिसमें ग्रामीण परेशान है और दो हैंड पंप के सहारे पूरा गांव है। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि एक हैंडपंप तो हमेशा खराब रहता है, तो दूसरे हैंडपंप में गंदा पानी आता है। उस पर भी ग्रामीणों की भीड़ रहती है। जिससे आए दिन महिलाओं में पानी को लेकर लड़ाई झगड़े होते है।
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ग्रामीण ने कहा कि हैंडपंप का पानी पीने योग्य नहीं है। गंदा पानी आता है। ग्रामीण महिलाएं खेतों के ट्यूबवेल से पानी भरने को मजबूर हो रही हैं उन्होंने बताया कि कई बार कलेक्ट्रेट कार्यालय में जनसुनवाई में आवेदन दे चुके हैं मगर अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई।
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