अमित पांडेय, डोंगरगढ़। डोंगरगढ़ में इन दिनों हालात ऐसे हैं कि भारी बारिश के बाद भी लोग पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। शहर के वार्ड क्रमांक 3 स्थित टिकरापारा क्षेत्र में पिछले पंद्रह दिनों से नल सूखे हैं। लोग हर सुबह खाली बाल्टियां लेकर लौट रहे हैं, लेकिन नगर पालिका प्रशासन की नींद अब तक नहीं टूटी है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बाद भी न कोई अधिकारी आया, न कोई सुधार हुआ। हालत यह है कि महिलाएं दूर-दूर तक पानी की तलाश में भटक रही हैं।


विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक, नगर पालिका ने पानी आपूर्ति करने वाली मोटर की मरम्मत का भुगतान संबंधित दुकानदार को नहीं किया है। इसी वजह से खराब मोटरों की मरम्मत रुकी हुई है, और पानी की सप्लाई ठप पड़ी है। वार्ड पार्षद के. विनायक राव ने बताया कि उन्होंने कई बार अधिकारियों और मुख्य नगर पालिका अधिकारी खिरोद भोई को समस्या से अवगत कराया, मगर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
पार्षद ने नाराजगी जताते हुए कहा कि “जनता की बुनियादी जरूरत पानी से खिलवाड़ अब बर्दाश्त नहीं होगा। CMO साहब वादे तो बहुत कर रहे हैं, लेकिन धरातल पर कुछ नहीं दिख रहा।” उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर पानी की आपूर्ति जल्द शुरू नहीं हुई, तो जनता सड़कों पर उतरने को मजबूर होगी।
डोंगरगढ़ के नागरिकों का आरोप है कि अधिकारी और जनप्रतिनिधि पानी जैसी जरूरी समस्या की अनदेखी कर कमीशनखोरी और राजनीति में व्यस्त हैं। शहर में जहां हर तरफ पानी की किल्लत है, वहीं प्रशासनिक चुप्पी लोगों के गुस्से को और बढ़ा रही है। लोगों की मांग साफ है “अब भाषण नहीं, पानी चाहिए।”
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