सरोज कुमार गुप्ता /सीतामढ़ी : जिले में गर्मी और सुखाड़ के चलते जलसंकट विकराल रूप ले चुका है। परिहार, बेला, बाजपट्टी, पुपरी, बोखरा, नानपुर, रुन्नीसैदपुर, महिंदवाड़ा, डुमरा, परसौनी और बेलसंड जैसे प्रखंडों के सैकड़ों गांवों में पानी की भारी किल्लत हो रही है। चापाकल सूख चुके हैं और नल-जल योजना पूरी तरह से विफल हो चुकी है। लोग एक-एक बाल्टी पानी के लिए 2-3 किलोमीटर तक पैदल चलने को मजबूर हैं।

कई दिनों से नहीं मिला पानी

रुन्नीसैदपुर प्रखंड के थूम्मा पंचायत की स्थिति अत्यंत दयनीय है, जहां वार्ड नंबर 3, 6, 9 और 10 के लोग पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। गांव के मुखिया पति शिव शंकर महतो ने बताया कि उनका चापाकल भी बंद होने के कगार पर है। स्थानीय निवासी महिलाओं का कहना है कि पिछले 15-20 दिनों से पानी नहीं आ रहा और बच्चों का पालन-पोषण मुश्किल हो गया है। जिनके पास पानी है, वे उसे देने से मना कर रहे हैं।

किया धरना प्रदर्शन

परिहार के नरगाँ वार्ड 3 में पानी की कमी के कारण ग्रामीणों ने बास बल्ला से जाम कर धरना प्रदर्शन किया। स्थानीय निवासी नारायण राय ने बताया कि उन्हें पीने के लिए 500 मीटर से 1 किलोमीटर दूर पानी लाना पड़ता है। नल-जल योजना खराब हो चुकी है, और प्रशासन ने अभी तक कोई कदम नहीं उठाया है।

लोगों का कहना है कि इस स्थिति में तत्काल प्रशासन को संज्ञान लेकर उचित कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि लोगों को पानी की समस्या से राहत मिल सके।