रोहित कश्यप,मुंगेली। भीषण गर्मी में वाटर एटीएम बंद होने से लोगों को पीने के पानी के लिए भटकना पड़ रहा है. जिले में लाखों रुपए खर्च कर वाटर एटीएम लगाए गए थे ताकि गर्मी लोगों को आसानी से पानी मिल चुके. लेकिन शहर में अलग अलग जगहों में लगाए गए वाटर एटीम बंद पड़े हैं, जिसके चलते जरूरतमंदों को पानी के लिए या तो भटकना पड़ रहा है या फिर दुकानों से पानी बॉटल खरीदकर पीना पड़ रहा है. जिस विभाग ने वाटर एटीएम लगाया है और जिस विभाग को इसके रखरखाव का जिम्मा मिला है वह विभाग कोई सुध नहीं ले रहा है. भीषण गर्मी में लगाए गये वाटर एटीएम या तो बन्द पड़े है या फिर गायब है, जो कि यह दर्शाता है कि जिस मंशा से शासन के लाखों रुपये खर्च वाटर एटीएम लगाई गई उसकी धरातल पर क्या हकीकत है.

कलेक्ट्रेट परिसर का वाटर एटीएम बंद

इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है कि फरियादियों को आसानी से पेयजल की उपलब्धता हो सके इसके लिए कुछ साल पहले कलेक्ट्रेट परिसर में डीएमएफ मद से 5 लाख 72 हजार रुपए की स्वीकृति पीएचई विभाग को वाटर एटीएम लगाए जाने की दी गई थी. इस राशि से पीएचई विभाग ने वाटर एटीएम तो लगाया गया लेकिन देखरेख के अभाव में लंबे समय से बंद पड़ा है. जिला मुख्यालय के कलेक्ट्रेट परिसर में लगे वाटर एटीएम को दुरुस्त करने के जिम्मेदार बेसुध है. वाटर एटीएम के देखरेख का जिम्मा संभाल रहे विभाग के अफसरों को आम लोगों की हित से जुड़े मामलों को संज्ञान लेने की फुर्सत नहीं.

यहां का वाटर एटीएम ही गायब

लल्लूराम को जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक मुंगेली नया बस स्टैंड में लगे वाटर एटीएम बंद है. इसके साथ ही लोरमी बस स्टैंड, सरगांव बस स्टैंड में लगाए गए वाटर एटीएम बंद है. लेकिन इन सबसे भी चौंकाने वाली बात यह है कि जिला अस्पताल मुंगेली के परिसर में लगाए गए वाटर एटीएम गायब नजर आ रहे हैं. लोगो का कहना है कि खोजने पर भी नहीं मिल रहे हैं.