रायपुर। कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे ने गुरुवार को जल संसाधन विभाग के काम-काज की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को सिंचाई के लिए नहरों के अंतिम छोर तक पानी पहुंचाने विशेष जोर दिया. उन्होंने साथ ही अधिकारियों को सभी निर्माणाधीन कार्यों में अपेक्षित गति लाते हुए समय-सीमा में पूर्ण करने के लिए निर्देश दिए.

मंत्री रविंद्र चौबे ने बैठक में छुई खदान, कबीरधाम, दुर्ग तथा बेमेतरा जल संसाधन संभाग में निर्माणाधीन कार्यों की प्रगति की विशेष रूप से समीक्षा की. जल संसाधन के इन चारों संभागों में वर्तमान में 245 करोड़ 71 लाख रुपए की राशि के 42 कार्य प्रगति पर है. इनके निर्माण से 25 हजार 618 हेक्टेयर में सिंचाई क्षमता रूपांकित है.

बैठक में बताया गया कि जल संसाधन के इन चारों संभागों में वर्ष 2018-19 में नवीन मद के अंतर्गत 50 योजनाएं तथा वर्ष 2019-20 के नवीन मद के अंतर्गत 102 योजनाएं शामिल है. दोनों वर्षो के कुल 152 कार्यों में से अब तक 41 कार्यों के लिए प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है.

तांदुला जल संसाधन संभाग दुर्ग में वर्तमान में 31 करोड़ 38 लाख रुपए की राशि से 8 कार्य निर्माणाधीन है. इनके रूपांकित सिंचाई क्षमता एक हजार 287 हेक्टेयर है. इनमें अब तक 17 करोड़ 85 लाख रुपए की राशि व्यय कर 711 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई क्षमता निर्मित की जा चुकी है.

जल संसाधन संभाग छुई खदान में वर्तमान में 42 करोड़ 32 लाख रुपए की राशि से 3 कार्य निर्माणाधीन है. इनकी रूपांकित सिंचाई क्षमता एक हजार 449 हेक्टेयर है. इनमें अब तक 38 करोड़ 98 लाख रुपए की राशि व्यय कर एक हजार 449 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई क्षमता निर्मित की जा चुकी है.

जल संसाधन संभाग कवर्धा में 67 करोड़ 78 लाख रुपए की राशि से 19 कार्य निर्माणाधीन है. इनकी रूपांकित सिंचाई क्षमता 12 हजार 498 हेक्टेयर है. इनमें अब तक 34 करोड़ 49 लाख रुपए की राशि व्यय कर 4 हजार 236 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई क्षमता निर्मित की जा चुकी है.

जल संसाधन संभाग बेमेतरा में वर्तमान में 104 करोड़ 23 लाख रुपए की राशि से 12 कार्य निर्माणाधीन है. इनकी रूपांकित सिंचाई क्षमता 10 हजार 384 हेक्टेयर है. इनमें अब तक 65 करोड़ 27 लाख रुपए की राशि व्यय कर एक हजार 12 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई क्षमता निर्मित की जा चुकी है. इस अवसर पर जल संसाधन विभाग के सचिव अविनाश चम्पावत और जल संसाधन विभाग के प्रमुख अभियंता तथा अधीक्षण अभियंता उपस्थित थे.