वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को काशी प्रवास पर थे. यहां उन्होंने मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम के साथ द्विपक्षीय वार्ता की. इस दौरान दोनों देशों के बीच कई एमओयू भी हुए. प्रधानमंत्री मोदी अपने संबोधन की शुरुआत अपने संसदीय क्षेत्र के जिक्र से की. उन्होंने कहा कि पीएम रामगुलाम को लेकर कहा कि ‘ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे अपने संसदीय क्षेत्र में आपका स्वागत करने का अवसर मिल रहा है.’ उन्होंने कहा कि ‘चीर काल से काशी भारत की सभ्यता और सांस्कृतिक आत्मा का प्रतीक रही है’. प्रधानमंत्री मोदी का काशी का प्रतिनिधित्व करने को सीएम योगी ने यूपी का सौभाग्य बताया है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ‘यह हमारा सौभाग्य है कि माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी देश की संसद में ‘अविनशी काशी’ का प्रतिनिधित्व करते हैं’. उन्होंने काशी और मंदिर कॉरिडोर को लेकर कहा कि श्री काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर बनने के बाद आज काशी नए कलेवर के साथ दुनिया को अपनी ओर आकर्षित कर रही है. आठ साल पहले, किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि श्री काशी विश्वनाथ धाम इतना भव्य होगा. आज, इस धाम में एक साथ 50,000 श्रद्धालु आसानी से दर्शन कर सकते हैं.

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बता दें कि मॉरीशस के पीएम से द्वीपक्षीय वार्ता के दौरान पीएम मोदी काशी की बेहद प्रशंसा की. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “हमारी संस्कृति और संस्कार सदियों पहले भारत से मॉरीशस पहुंचे और वहां की जीवन-पद्धति में रच-बस गए. वाराणसी में मां गंगा की अविरल धारा की तरह भारतीय संस्कृति का अविरल प्रवाह मॉरीशस को समृद्ध करता रहा है. आज जब हम मॉरीशस के साथियों का काशी में स्वागत कर रहे हैं, तो यह केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि आध्यात्मिक मिलन है. इसलिए मैं गर्व से कहता हूं कि भारत और मॉरीशस सिर्फ साझेदार नहीं, बल्कि एक परिवार हैं.”