संतोष देव गिरि, सोनभद्र। उत्तर प्रदेश का सोनभद्र यूं ही नहीं सुर्खियों में बना रहता है। इसकी वजह भी अनेक हैं। अवैध खनन परिवहन से लेकर यह जिला भ्रष्टाचार के लिए भी सरनाम है। ताजा मामला जीवित को मृत दिखा दिए जाने को लेकर सुर्खियों में है। जीवित होते हुए भी कागजों में मृत दिखाएं गए लोगों ने कार्रवाई की मांग को लेकर समाज कल्याण आफिस पहुंचकर प्रदर्शन करते हुए न्याय की गुहार लगाई है।

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क्या है पूरा माजरा

दरअसल, सोनभद्र जनपद के समाज कल्याण विभाग के पेंशनर्स सूचि में 13 ऐसे व्यक्तियों का नाम सचिव ने काट कर उन्हें मृत घोषित कर दिया है जो जीवित होते हुए पूरी तरह से स्वस्थ भी हैं। आश्चर्य की बात है कि न कोई जांच ना कोई पड़ताल घर बैठे ही गरीब पेंशन भोगियों को मृत घोषित कर दिया गया। इस बात का खुलासा तब हुआ है जब पेंशन न मिलने की शिकायत लेकर संबंधित विभाग पहुंचे वृद्धजनों को पता चला की उन्हें तो मृत दिखाया गया है। जिसकी जानकारी होते ही उनके पैरों तले जमीन खिसकने लगी।

जीवित होने का प्रमाण दे रहे अब पीड़ित

मामला जहां जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं सचिन को दंडित करने की मांग भी की जा रही है। वहीं अपने आपको जीवित साबित करने के लिए सभी पीड़ित जन जिन्हें जीवित होते हुए भी मृत घोषित कर दिया गया है। अधिकारियों के कार्यालयों का चक्कर काटने को विवश हैं। बताते चलें कि जिले में ऐसे पेंशन भोगियों की संख्या 13 के करीब हैं, जिन्हें अपने आपको जीवित होने का प्रमाण देने के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही हैं।
पीड़ित बताते हैं कि उन्हें

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ऐसे हुआ सरकारी मजाक का खुलासा

वृद्धावस्था पेंशन जब नहीं मिली तो वह समाज कल्याण कार्यालय पहुंचे थे। समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय में जब उनका विवरण देखा गया तो पता चला कि सचिव द्वारा उन्हें मृत दिखा दिया गया है, जिसके चलते उनकी पेंशन भी काट दी गई। कुछ देर के लिए तो वह समझ ही नहीं पाए कि क्या करें और क्या नहीं, पेंशन उनके बैंक खाते में नहीं आई तब कहीं जाकर उन्हें अपने साथ हुए इस सरकारी मजाक की जानकारी हुई है‌। अब उन्हें मृत किसने और क्यों घोषित किया यह न तो अधिकारी बता रहे हैं और न ही कर्मचारी। जीवित होते हुए भी मृत घोषित किए गए लोगों में शंक, संतु राम, लखन, श्याम कुमारी, शिवशंकर, फूलमाधि रामपट्टी लाल, मुन्नी, शिवराम, सुखिया राम, सियावन, वचिया सहित 13 लोग बताएं गए हैं। सभी ने जिला मुख्यालय पहुंच कर प्रदर्शन करते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई है।

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