लखनऊ. उत्तर प्रदेश में 5 दिसंबर को होने वाले लोकसभा और विधानसभा के उपचुनावों में जीत के लिए एक ओर जहां सत्ताधारी बीजेपी और मुख्य विपक्षी पार्टी सपा ने युद्धस्तर पर तैयारियां शुरू कर दी है. तो वहीं दूसरी ओर लंबे समय से हाशिये पर चल रही कांग्रेस ने एक के बाद एक मिल रही करारी शिकस्त को देखते हुए उपचुनावों से पहले ही अपने घुटने टेक दिए हैं. यूपी कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने बुधवार को कांग्रेस मुख्यालय पर अपनी पहली प्रेस कांफ्रेस में आगामी उपचुनावों को लेकर बेतुका बयान दिया.

बृजलाल खाबरी ने कहा कि “ये उपचुनाव का समय नहीं है. हमारे पास उपचुनाव के लिए समय नहीं है और भी चुनाव है. हमारे पास तमाम और भी काम है. संगठन का काम है. अगर हम उपचुनाव लड़ते हैं तो हमारा अमला महीने भर के लिये वहां लग जाएगा. हमें इस सरकार का रवैया मालूम है, और हम जिला पंचायत चुनाव में भुगत चुके है. ये अपनी बदनामी के डर से हर तरीके से हर सीट को अपने पक्ष में करना चाहते है. हम आगामी नगर निकाय का चुनाव लड़ने को तैयार है. ये उपचुनाव बीच में क्यों कराए जा रहे है? इन्हें आगे-पीछे भी कराया जा सकता है. लेकिन इसे नगर निकाय चुनाव को प्रभावित कराने के लिए कराया जा रहा है.”

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प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में गठबंधन के सवाल पर बोलते हुए कहा कि ‘ये फैसला राष्ट्रीय नेतृत्व करेगा, क्योंकि ये उत्तर प्रदेश का अकेला विषय नहीं है, बल्कि पूरे देश का है. हर राज्य में हम अकेले चुनाव लड़ेंगे या गठबंधन के साथ लड़ेंगे? गठबंधन के निर्णय आवश्यकता के अनुसार लिए जाते हैं, जहां आवश्यकता होगी वहां केन्द्रीय नेतृत्व जो भी फैसला करेगा, उसे हम सभी लोग मानेंगे. हम जिस तरह से पहले तैयारी करते आये है, इसी तरह हम फिर तैयारी कर रहे है. हम गोपनीय तरीके से जमीन पर तैयारी कर रहे है.”