मुंबई. रुपये में आई अब तक की सबसे बड़ी गिरावट और ऑटो एवं आईटी के शेयरों में हुई बिकवाली ने भारतीय शेयर बाजार की चाल को बिगाड़ कर रख दिया, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है.

बुधवार को सेंसेक्स 550.51 अंक से अधिक अंक टूटकर 35,975.63 पर बंद हुआ जबकि नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 10,900 के अहम सपोर्ट लेवल को तोड़ते हुए 10,851.20 पर जा पहुंचा. नुकसान के लिहाज से देखा जाए तो निवेशकों को इस गिरावट से करीब 1.79 लाख करोड़ रुपये की चपत लगी है.

सोमवार को बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 145.43 लाख करोड़ रुपये था, जो बुधवार को कम होकर 143.64 लाख करोड़ रुपये हो गया. बुधवार सुबह सेंसेक्स 76.71 अंकों की बढ़त के साथ 36602.85 पर जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 25.6 अंकों की गिरावट के साथ 10,982.70 पर खुला था लेकिन आखिरी घंटों में बाजार में बिकवाली हावी हो गई और निवेशकों को जबरदस्त नुकसान का सामना करना पड़ा. निफ्टी में 14 शेयर हरे निशान में जबकि 36 शेयर लाल निशान में बंद हुए.

बुधवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 73 के स्तर पार कर गया, जो रुपये के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है. घरेलू कारण में जहां ऑटो बिक्री के खराब नतीजों ने बाजार को निराश किया तो वहीं कमजोर वैश्विक संकेतों ने बाजार की गति को बिगाड़ कर रख दिया.

सेंसेक्स में सबसे ज्यादा पिटाई महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों की हुई. वहीं टीसीएस, मारुति और इंफोसिस के काउंटर पर भी भारी बिकवाली हुई.ऑटो बिक्री के उम्मीद के प्रतिकूल नतीजों ने ऑटो इंडेक्स को दबाव में ला दिया. महिंद्रा एंड महिंद्रा के ट्रैक्टर सेल्स में 18 फीसद की गिरावट के साथ ऑटो काउंटर पर जबरदस्त बिकवाली हुई और कंपनी का शेयर 6.80 फीसद टूटकर 790 रुपये पर बंद हुआ वहीं आयशर मोटर्स का शेयर 7 फीसद से ज्यादा टूटकर 23080 पर बंद हुआ.