गुरुवार का दिन भगवान विष्णु और बृहस्पति देव को समर्पित होता है. इस दिन गले में पीला धागा पहनना न सिर्फ धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि इसके पीछे गहरी ज्योतिषीय और आध्यात्मिक मान्यता भी है. विशेषकर स्त्रियों के लिए यह उपाय अत्यंत शुभ और लाभकारी माना गया है.

इन लोगों को धारण करना चाहिए
गुरुवार के दिन हल्दी से रंगा हुआ पीला धागा गले में धारण करने से बृहस्पति ग्रह मज़बूत होता है. यह ग्रह ज्ञान, संतान, विवाह, धन और सम्मान का कारक है. स्त्रियों के लिए यह उपाय वैवाहिक जीवन में सुख-शांति, पति की दीर्घायु, संतान सुख और पारिवारिक समृद्धि का द्वार खोल सकता है. कुंवारी कन्याओं को मनचाहा वर पाने के लिए यह विशेष रूप से लाभकारी माना गया है.
धागा का धारण करने की विधि
पीला धागा गुरुवार के दिन भगवान विष्णु या बृहस्पति देव का पूजन करके धारण करना चाहिए. धागे को हल्दी में रंगकर “ॐ बृं बृहस्पतये नमः” मंत्र का 108 बार जाप कर सिद्ध किया जाता है. इसके बाद इसे गले में पहन लेना चाहिए.
स्त्रियों के लिए सुरक्षा कवच
यह उपाय उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जिनकी कुंडली में बृहस्पति कमजोर हो या विवाह में विलंब हो रहा हो. ध्यान रहे, यह धागा श्रद्धा और विश्वास से पहना जाए, और नकारात्मक सोच से दूर रहा जाए. स्त्रियों के लिए यह न केवल आध्यात्मिक सुरक्षा कवच है, बल्कि उनके आत्मबल और सकारात्मक ऊर्जा को भी बढ़ाता है. यह एक सरल परंतु प्रभावशाली उपाय है, जो आपके जीवन में सुख, समृद्धि और शांति ला सकता है.
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