दिल्ली-एनसीआर सहित पूरे देश में मौसम में एक बार फिर परिवर्तन आया है. कुछ स्थानों पर गर्मी की स्थिति गंभीर है, जबकि अन्य क्षेत्रों में आंधी और बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने आज के लिए अपना पूर्वानुमान जारी किया है, जिसमें विभिन्न हिस्सों में मौसम की स्थिति में बदलाव रहेगा. उत्तर और पश्चिम भारत में अत्यधिक गर्मी और लू का प्रभाव बना हुआ है, जबकि पूर्वोत्तर और दक्षिणी राज्यों में बारिश और आंधी की संभावना जताई गई है. पश्चिमी विक्षोभ के कारण कुछ क्षेत्रों में मौसम में परिवर्तन देखने को मिल सकता है. राजस्थान में आंधी और तूफान के लिए चेतावनी जारी की गई है. इसके अतिरिक्त, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में भी मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा.

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पहाड़ी क्षेत्रों में मौसम की स्थिति अस्थिर बनी हुई है. मौसम विभाग के अनुसार, 20 अप्रैल तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में एक तीव्र पश्चिमी विक्षोभ के आगमन की संभावना है. इसके प्रभाव से 18 और 19 अप्रैल को इस क्षेत्र में गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है. इन दिनों जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर भारी बारिश भी हो सकती है. गुरुवार को उत्तराखंड में भी कई स्थानों पर बिजली गिरने की आशंका है.

राजधानी दिल्ली के निवासियों को बुधवार को तेज धूप और गर्म हवाओं का सामना करना पड़ा. सफदरजंग में अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान फिर से चालीस डिग्री के पार जा सकता है. इस वर्ष दिल्ली में लोग सामान्य से अधिक गर्म मौसम का अनुभव कर रहे हैं, जहां जनवरी, फरवरी और मार्च के महीने भी सामान्य से अधिक गर्म रहे. अप्रैल के पहले सप्ताह में ही लू की स्थिति उत्पन्न हो गई, जिससे लगातार तीन दिनों तक अधिकतम तापमान 40 डिग्री से ऊपर रहा. हालांकि, बाद में पश्चिम हिमालयी क्षेत्र में एक पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव पड़ा, जिसके कारण दिल्ली सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश हुई, जिससे अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री की कमी आई.

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दिल्ली के अधिकांश क्षेत्रों में बुधवार सुबह से तेज धूप का सामना करना पड़ा. इस दौरान सफदरजंग मौसम केन्द्र में अधिकतम तापमान 39.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 23.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 1.8 डिग्री सेल्सियस अधिक है. आर्द्रता का स्तर 73 से 31 प्रतिशत के बीच रहा. मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिनों में अधिकतम तापमान में तेजी से वृद्धि होने की संभावना है, जो 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. हालांकि, अगले सप्ताह के दौरान लू की स्थिति बनने की संभावना नहीं है, लेकिन दोपहर में गर्म हवा के कारण लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ सकता है.

राजधानी की हवा खराब श्रेणी में पहुंची

राजधानी में प्रदूषण एक बार फिर से बढ़ने लगा है. बुधवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 के पार, यानी खराब श्रेणी में दर्ज किया गया. हालांकि, हवा की गति में वृद्धि के कारण अगले दो दिनों में एक्यूआई में सुधार की उम्मीद है. केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, बुधवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 220 अंक पर रहा, जबकि एक दिन पहले यह 180 अंक था. इस प्रकार, चौबीस घंटे में सूचकांक में 40 अंकों की वृद्धि हुई. आयानगर का एक्यूआई 322, मथुरा रोड का 312 और वजीरपुर का एक्यूआई 302 अंकों के साथ बेहद खराब श्रेणी में रहा.

राजस्थान में तूफान, छत्तीसगढ़ में आंधी-बारिश

भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, 18 से 20 अप्रैल के बीच उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी क्षेत्रों में गरज और बिजली के साथ हल्की बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है. विभाग ने बताया है कि उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है, जबकि पूर्वी मध्य प्रदेश और पूर्वी असम के निचले क्षोभमंडलीय स्तरों पर भी ऐसे परिसंचरण मौजूद हैं. इन प्रभावों के कारण 18 अप्रैल तक छत्तीसगढ़ के मैदानी इलाकों में भी गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है. इसके अलावा, गुरुवार को पूर्वी राजस्थान में आंधी-तूफान की आशंका जताई गई है.

इन राज्यों में भी बिगड़ेगा मौसम

मौसम विभाग के अनुसार, अगले 5 दिनों में तमिलनाडु, पुडुचेरी, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश हो सकती है. 19 अप्रैल को केरल में भी इसी प्रकार का मौसम रहने की संभावना है. इसके अतिरिक्त, 18 अप्रैल तक उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि और उसके बाद के 3-4 दिनों में 2-3 डिग्री सेल्सियस की कमी की आशंका जताई गई है. देश के अन्य हिस्सों में अधिकतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होने की उम्मीद है.