हमारे भारत देश में सभी नागरिकों के पहचान हेतु आधार कार्ड बनाया जाता है. पर क्या आपने कभी सोचा है कि किसी जानवर का भी आधार कार्ड बन सकता है?
दुनिया में एक जानवर ऐसा भी है जिसके फिंगरप्रिंट हम इंसानो के जैसे हैं और उसका आधार कार्ड बनाया जा सकता है. इस जानवर का नाम कोआला है और यह ऑस्ट्रलिया में पाया जाता है.
कोआला सफेद भालुओं की तरह दिखने वाला जानवर है और यह शाकाहारी होते है तथा यह पानी नहीं पीते हैं. कोआला भूरे एवं स्लेटी रंग के होते है एवं यह अपने बच्चो को अपने पास पेट में बनी थैली में रखते है.
कोआला का वजन लगभग 10 किलो होता है और इसकी ऊंचाई लगभग 22 से 35 इंच होती है. यह आपने पंजो की मदद से ही पेड़ो को पकड़े रहता है. कोआला अपने शरीर में पानी की पूर्ति पानी पीकर नहीं बल्कि नीलगिरी (यूकेलिप्टस) की पत्तियों को खाकर पूरी करते है.
यह आलसी किस्म का जानवर है यह लगभग 18 घंटे सोते रहते है. और रात के समय टहलने निकलते है यूकेलिप्टस की पत्तियों को खाकर पेट भरते है. एक कोआल को जीवित रहने के लिए 100 नीलगिरी के पेड़ो की आवश्यकता होती है.
इसे संरक्षित जानवरों में शामिल किया गया है क्योंकि ऑस्ट्रलिया के घटते नीलगिरी के पेड़ो के कारण कोआला जानवर बहुत तेजी से कम हो रहे है .