इस दौरान देश-विदेश से लाखों की संख्या में जायरीन शामिल होते हैं, दरगाह में रातभार महफिल-ए-समाअ, जिक्र, कव्वाली, चादर पेशा, लंगर और किस्मती दुआ जैसी कई रस्में अदा की जाती हैं.
इस दौरान देश-विदेश से लाखों की संख्या में जायरीन शामिल होते हैं, दरगाह में रातभार महफिल-ए-समाअ, जिक्र, कव्वाली, चादर पेशा, लंगर और किस्मती दुआ जैसी कई रस्में अदा की जाती हैं.