सदन में Akhilesh Yadav ने सुनाई ऐसी शायरी, CM Yogi भी मुस्कराने लगे
सदन में Akhilesh Yadav ने सुनाई ऐसी शायरी, CM Yogi भी मुस्कराने लगे
कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी...ये बात अखिलेश यादव ने सदन में कही. विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है.
कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी...ये बात अखिलेश यादव ने सदन में कही. विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है.
सदन में अखिलेश यादव ने CM योगी से कहा- आप मुझे चाचा के नाम पर छेड़ते हैं, लेकिन मैं आपको कुछ लोगों के नाम पर नहीं छेड़ना चाहता हूं.
सदन में अखिलेश यादव ने CM योगी से कहा- आप मुझे चाचा के नाम पर छेड़ते हैं, लेकिन मैं आपको कुछ लोगों के नाम पर नहीं छेड़ना चाहता हूं.
अखिलेश ने CM योगी पर चुटकी लेते हुए शायरी पढ़ी- ''यहां कुछ और कहता है, वहां कुछ और कहता है..हकीकत कुछ है लेकिन दास्तां कुछ और कहता है.''
अखिलेश ने CM योगी पर चुटकी लेते हुए शायरी पढ़ी- ''यहां कुछ और कहता है, वहां कुछ और कहता है..हकीकत कुछ है लेकिन दास्तां कुछ और कहता है.''
अखिलेश ने कहा- ''कली से ताजगी फूलों से खुशबू हो गई गायब...चमन का हाल कुछ है..बागवां कुछ और कहता है.''
अखिलेश ने कहा- ''कली से ताजगी फूलों से खुशबू हो गई गायब...चमन का हाल कुछ है..बागवां कुछ और कहता है.''
अखिलेश ने कहा आपका बजट पुरानी कविता की तरह है. बड़ा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर पंछी को छाया नहीं फल लागे अति दूर.
अखिलेश ने कहा आपका बजट पुरानी कविता की तरह है. बड़ा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर पंछी को छाया नहीं फल लागे अति दूर.
अखिलेश ने कहा जो सरकार पैसा नहीं खर्च कर पा रही वह शेरो शायरी का रास्ता अपना रही क्या शेरो शायरी से जनता की ज़रूरतें पूरी हो गई हैं.
अखिलेश ने कहा जो सरकार पैसा नहीं खर्च कर पा रही वह शेरो शायरी का रास्ता अपना रही क्या शेरो शायरी से जनता की ज़रूरतें पूरी हो गई हैं.
अखिलेश यादव के सदन में सीएम योगी आदित्यनाथ मुस्कुराते रहे और अन्य सदस्यों ने ठहाके लगाए.
अखिलेश यादव के सदन में सीएम योगी आदित्यनाथ मुस्कुराते रहे और अन्य सदस्यों ने ठहाके लगाए.