Ambedkar Jayanti 2024: आखिर क्यों दिया था बाबा साहेब ने कानून मंत्री पद से इस्तीफा

भारतीय संविधान के पिता (Father of Indian Constitution) कहलाने वाले डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को हुआ था.

इसलिए हर साल 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती या भीम जयंती (Bhim Jayanti) मनाई जाती है.

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इस तरह डॉ. भीमराव अंबेडकर की अध्यक्षता में भारतीय संविधान का गठन किया गया और बाबा साहेब आजाद भारत के पहले कानून मंत्री बनें

चलिए जानते है कि, बाबा साहेब ने कानून मंत्री पद से इस्तीफा क्यों दिया था...

समाज में महिलाओं को पुरुषों के समान बराबरी का दर्जा दिलवाने के लिए, उन्होंने एक बिल पारित करने का प्रस्ताव रखा.

जिसमें पिता की संपत्ति पर बेटियों का भी बेटों के समान ही अधिकार होने का प्रस्ताव दिया गया था.

इस बिल में विवाह में जाति के महत्व को खत्म करने, तलाख के नियम और गोद लेने के लिए नियमों को पारित करने पर चर्चा की गई थी.

लेकिन उनके इस बिल को कैबिनेट में पास होने की मंजूरी नहीं दी गई.

इस बिल के पास न होने की वजह से हीं 1951 में डॉ. भीमराव अंबेडकर ने कानून मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया.

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