पानी पर तैरता एशिया का सबसे बड़ा सोलर पावर प्लांट क्षतिग्रस्त, तेज आंधी से हुआ धराशाई
मध्य प्रदेश में इस समय तेज बारिश और आंधी की वजह से लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त है। इस बीच खंडवा में ओंकारेश्वर बांध के बैकवॉटर में बन रहा एशिया का सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर प्लांट धराशायी हो गया।
पानी की तेज लहरों की वजह से सोलर प्लेट क्षतिग्रस्त हो गई है। हवा इतनी तेज थी कि यहां काम कर रहे मजदूर जान बचाकर दूर भाग गए।
अभी कुछ दिन पहले ही इसकी टेस्टिंग की गई थी। लेकिन खंडवा जिले में हुई आंधी की वजह से नर्मदा के बैक वाटर में लहरें उठी और इस वजह से ओंकारेश्वर में निर्माणाधीन फ्लोटिंग सोलर प्लांट धराशायी हो गया।
मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के ओंकारेश्वर बांध के बैकवाटर में निर्माणाधीन एशिया के सबसे बड़े पानी पर तैरते सोलर पावर प्लांट की बिजली लाइन ट्रायल पूरा हुआ था।
यहां 100 मेगावाट क्षमता का पहला ट्रांसफार्मर चार्ज होने के बाद काम करने लगा था। इससे केलवाखुर्द के पास बैकवाटर में स्थित एम्प कंपनी के पावर प्लांट तक सप्लाई पहुंच गई थी।