बाजीराव पेशवा की इस जगह है समाधि, 40 युद्ध में एक में भी नहीं हुई पराजय
आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि मध्य प्रदेश में स्थित बाजीराव पेशवा की समाधि के बारे में.
बाजीराव के बारे में मशहूर है कि उन्होंने 41 लड़ाई
लड़ी और किसी में हार का सामना नहीं करना पड़ा.
खरगोन जिले में रावेरखेड़ी गांव में नर्मदा किनारे 28 अप्रैल 1740 को आखिरी सांस ली.
रावेरखेड़ी एक छोटा सा गांव है, लेकिन यहां कि संरचना इतनी सुंदर है, जो सबसे शक्तिशाली मराठा शासक की याद दिलाती है.
इतिहासकारों के मुताबिक, बाजीराव पेशवा दिल्ली से एक युद्ध जीतकर लौट रहे थे और बीमार पड़ने के कारण के उनका यहां निधन हुआ.
बाजीराव प्रथम के वफादार ग्वालियर के सिंधिया शासक ने रावेरखेड़ी में समाधि बनवाई थी. यह समाधि स्थान एक किले के रूप में बना हुआ है, जिसमें बड़े-बड़े नायाब पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है.