Birthday Special:  अगर इन दो नेताओं ने नहीं संभाला होता तो मोर्चा, नीतीश कुमार नहीं बन पाते मुख्‍यमंत्री...

बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार को इस मुकाम तक पहुंचाने में इन दो नेताओं का बड़ा योगदान रहा

नीतीश ने खुद इन दो नेताओं का हमेशा खूब सम्‍मान किया,यह वाकया आज से 17 साल पुराना है।

वे बिहार में सबसे अधिक दिनों तक मुख्‍यमंत्री बने रहने का रिकार्ड बना चुके हैं

इसी के साथ उन्‍होंने बिहार में सबसे अधिक बार मुख्‍यमंत्री पद की शपथ लेने का भी रिकार्ड बनाया है

उनकी ही पार्टी के नेता जीतन राम मांझी के कुछ महीनों के कार्यकाल को छोड़ दें तो नीतीश कुमार करीब 16 वर्ष से बिहार के मुख्‍यमंत्री बने हुए हैं

लेकिन, क्‍या आपको पता है कि जनता दल यूनाइटेड के इस नेता को पहली बार इस पद तक पहुंचाने में

उनकी खुद की पार्टी की बजाय एक सहयोगी दल के दो नेताओं का सबसे बड़ा रोल रहा

नीतीश कुमार, पहली बार अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के दौरान केंद्रीय मंत्रिमंडल में आए। अटल सरकार में उन्‍हें रेल मंत्रालय सहित अहम जिम्‍मेदारियां दी गईं

नीतीश कुमार, पहली बार अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के दौरान केंद्रीय मंत्रिमंडल में आए। अटल सरकार में उन्‍हें रेल मंत्रालय सहित अहम जिम्‍मेदारियां दी गईं

इसी दौरान उनकी लाल कृष्‍ण आडवाणी और अरुण जेटली से प्रगाढ़ता हुई

बिहार में लालू-राबड़ी राज को खत्‍म करने के लिए भाजपा-जदयू गठबंधन की ओर से मुख्‍यमंत्री पद के लिए किसका चेहरा आगे किया जाए, एक वक्‍त इस पर काफी रार मची

इस तकरार को शांत करने में आडवाणी और जेटली की भूमिका सबसे अहम मानी जाती है