भगवान शिव को लाल पुष्प अर्पित करें और जल में गुड़ मिश्रित कर अभिषेक करते हुए ऊँ सोमेश्वराय नमः मंत्र का उच्चारण करें.

 दोनों हाथों से दही शिवलिंग पर मसले फिर स्वच्छ जल से अभिषेक करते हुए ऊँ ममलेश्वराय नमः मंत्र का उच्चारण करें.

भगवान शिव को बिल्व पत्र अर्पित करें. बिल्वपत्र अर्पित करने से 3 जन्मों के पापों का नाश होता है. गन्ने के रस से अभिषेक करते हुए ऊँ नमः शिवायः मंत्र का उच्चारण करें.

 दूध मिश्रित जल से अभिषेक कर, रुद्राष्टक का पाठ करें. अगर आपकी कोई हैल्थ इश्यू है, तो आप इसमें काले तिल भी मिला सकते हैं

अगर आप पैसों के खर्चों को लेकर परेशान हैं तो शिवरात्रि के दिन गन्ने के रस में शुद्ध जल मिश्रित कर अभिषेक करे और ऊँ नमः शिवायः नमः मंत्र का यथाशक्ति उच्चारण करें.

शिवरात्रि के दिन आप आक, भांग और धतूरा अर्पित कर जलाभिषेक करते हुए ऊँ नमो भगवते रुद्राय का यथाशक्ति उच्चारण करें.

 शिवलिंग पर चंदन का इत्र अर्पित करें. जल में पताशा मिलाकर ऊँ रामेश्वराय नमः मंत्र का उच्चारण करते हुए अभिषेक करें.

पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक करें, हरे फल और बिल्व पत्र अर्पित करते हुए ऊँ नागेश्वराय नमः मंत्र का जाप करें

गंगाजल में केसर मिश्रित कर शिवलिंग का अभिषेक करते हुए ऊँ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र प्रचोदयात मंत्र का उच्चारण करें.

जल में काले तिल मिश्रित कर ऊँ नमः शिवायः का उच्चारण करते हुए अभिषेक करें.

शिवलिंग पर जलाभिषेक कर बिल्व पत्र अर्पित करें. एकाग्र चित्त मन से शिवाष्टक का पाठ करें. अगर आप मानसिक रूप से परेशान हैं, क्रोध बहुत आता है तो आपको मानसिक शांति और गुस्से पर नियंत्रण मिलेगा.

आप जल से अभिषेक करते हुए ऊँ शिवायः मंत्र का उच्चारण करें इसके बाद सफेद चंदन शिवलिंग पर लगाएं. ऐसा करने से आपका स्वास्थ्य उत्तम रहेगा.

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