chhath puja: छठ पूजा में नहीं चढ़ाए जाते ये फल? जान लें वजह

इस साल सूर्योपासना का महापर्व 25 अक्टूबर 2025 से प्रारंभ होकर 28 अक्टूबर 2025 को पूर्ण होगा.

छठ पूजा में कई बातों का खास ख्याल रखना होता है. इस पूजा में किस तरह के फल इस्तेमाल किए जाते हैं और कौनसे नहीं ये जान लेना भी जरूरी है.

छठ में कभी भी कटे हुए फल या छिले हुए फल नहीं चढ़ाए जाते हैं. इसमें हमेशा पूरे फल को प्रसाद के रूप में इस्तेमाल किया जाता है.

ऐसा इसलिए क्योंकि कटा हुआ या चिला हुआ फल अशुद्ध माना जाता है जबकि इस व्रत में शुद्धता काफी जरूरी होती है.

इस व्रत में काला अंगूर भी नहीं चढ़ाया जाता है क्योंकि मन जाता है कि ये तामसी फल होता है.

छठ के व्रत में बिना छिलके वाले नारियल को भी नहीं चढ़ाया जाता है. अगर नारियल का इस्तेमाल किया जाता है तो बिना उसका छिलका उतारे ही किया जाता है.

इसके अलावा इस व्रत में आप कटे हुए सेब या पॉलिश सेब को भी नहीं रख सकते हैं क्योंकि ये नेचुरल नहीं होता है और मिलावटी होता है

छठ पूजा में कोई भी बाहरी या विदेशी फल जैसे कीवी एवोकाडो या स्ट्रॉबेरी नहीं चढ़ाते हैं.

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