साल 2024 के पहले चक्रवाती तूफान रेमल ने मिजोरम, असम और मेघालय में तबाही मचाई हुई है।
रेमल से पहले भी तमाम तरह के तूफान भारत और दुनिया के तमाम हिस्सों में आते रहे हैं। इन तूफानों के अलग-अलग नाम भी रखे जाते हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये नाम क्यों रखे जाते हैं और कौन इनके नाम रखता है?
विश्व मौसम विज्ञान संगठन के मुताबिक दुनिया में एक समय में एक से अधिक साइक्लोन हो सकते हैं और ये लंबे समय तक जारी भी रह सकते हैं।
ऐसे में उस तूफान को लेकर बढ़ने वाले जोखिम के प्रति जागरुक करने, बचाव और राहत कार्य के प्रबन्धन करने के लिए हर तूफान को एक नाम दिया जाता है।
'रेमल' एक अरबी शब्द है, जिसका मतलब होता है 'रेत'. यह नाम ओमान का दिया हुआ है।
कैसे तय होते हैं नाम? दरअसल, संयुक्त राष्ट्र की वर्ल्ड मेट्रोलाजिकल आर्गेंनाइजेशन ने कुछ नियम तय किए हैं।
नियमों के हिसाब से हिंद महासागर के जिन क्षेत्रों में तूफान आएगा, उनका नामकरण वहां की क्षेत्रीय एजेंसियां करेंगी। हिंद महासागर क्षेत्र के तूफान के नाम 13 देश बारी-बारी रखते हैं।