Delhi Elections: क्या होता है आचार संहिता उल्लंघन का केस, कितनी मिलती है सजा
आचार संहिता नेताओं और उम्मीदवारों के लिए बनाई जाती है, जिसमें उन्हें ये बताया जाता है कि क्या चीजें करनी हैं
और कौन सी चीजों पर पूरी तरह से पाबंदी होगी.
तमाम राजनीतिक दलों की सहमति के साथ कानून के इतर ये संहिता बनाई गई थी.
हर चुनाव के दौरान चुनाव आयोग के पास हजारों ऐसे मामले आते हैं जिनमें आचार संहिता का उल्लंघन होता है.
इन मामलों में चुनाव आयोग की तरफ से केस दर्ज किए जाते हैं, ज्यादातर बार उम्मीदवार को चेतावनी देते हुए छोड़ दिया जाता है.
अगर मामला गंभीर है और हेट स्पीच दी गई है तो चुनाव प्रचार पर बैन लगाया जाता है.
गंभीर मामलों में चुनाव आयोग भारी जुर्माना और नामांकन रद्द करने जैसे फैसले भी ले सकता है
चुनावी हिंसा और जनता को भड़काने वाले भाषण देने के लिए आरोपी को जेल तक भेजा जा सकता है.
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