Dhar Bhojshala ASI Survey: भोजशाला परिसर में ASI का सर्वे शुरु
धार की ऐतिहासिक भोजशाला को लेकर सर्वे कार्य शुरू हो चुका है. इसके लिए आवश्यक सामग्री भी अंदर भेजी जा चुकी है.
ASI की टीम धार जिले के भोजशाला में सर्वे के लिए आज सुबह पहुंची. सूर्योदय की पहली किरण के साथ भोजशाला परिसर के बाहर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई.
कल देर रात एएसआई के लगभग 15 सदस्यों का दल भोजशाला की वैज्ञानिक जांच करने के लिए पहुंच गया था.
आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के सहयोग के लिए 21 लोंगो का दल जो की ASI का ही है, भोजशाला परिसर में जाने के लिए पहुंच चुका है.
सर्वे का लगभग एक घंटा पूरा हो चुका है. फिलहाल यह तय किया जा रहा है कि किस तरह से सर्वे की प्रक्रिया को आगे जारी रखा जाएगा.
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग का कहना है कि सर्वे की शुरुआत के बाद यह स्थिति स्पष्ट होगी कि यह सर्वे कितने दिन चलेगा.
भोजशाला विवाद सदियों पुराना है. हिंदुओं का कहना है कि यह सरस्वती देवी का मंदिर है. सदियों पहले मुसलमानों ने इसकी पवित्रता भंग करते हुए यहां मौलाना कमालुद्दीन की मजार बनाई थी.
भोजशाला में आज भी देवी-देवताओं के चित्र और संस्कृत में श्लोक लिखे हुए हैं, जबकि अंग्रेज अधिकारी वहां लगी वाग्देवी की मूर्ति को लंदन ले गए थे.