Eid History:  1300 साल पहले की वो जंग, जो बनी ईद मनाने की वजह... जानिए

भारत में ईद-उल-फित्र का त्योहार गुरुवार यानी 11 अप्रैल को मनाया जाएगा.

ये त्योहार रमजान के बाद आने वाले दसवें महीने यानी शव्वाल के पहले दिन मनाया जाता है.

मुसलमानों के इस पवित्र त्योहार को मीठी ईद भी कहते हैं. क्यों मनाई जाती है ईद-उल-फित्र चलिए जानते है

इस त्योहार को पहली बार 02 हिजरी यानी 624 ईस्वी में मनाई गया था.

कहा जाता है कि इस उत्सव की शुरुआत मक्का से मोहम्मद पैगंबर के प्रवास के बाद पवित्र शहर मदीना में हुई थी.

उस वक्त पैगम्बर हजरत मुहम्मद ने बद्र की लड़ाई में जीत हासिल की थी. इस्लामी इतिहास के अनुसार, इसी महीने में मुसलमानों ने पहला युद्ध लड़ा था।

जो सऊदी अरब के मदीना प्रांत के बद्र शहर में हुआ था. इसलिए इस युद्ध को जंग-ए-बद्र भी कहा जाता है.

इस युद्ध में उनके जीत की खुशी में मीठा खिलाकर सबका मुंह मीठा करवाया गया था, तब से ही इस दिन को मीठी ईद या ईद-उल-फित्र के रुप में मनाया जाता है.

एक महीने तक रोजा रखने और अल्लाह की इबादत पूरी होने की खुशी में भी ईद मनाई जाती है.

कुरआन के अनुसार, ईद को अल्लाह ओर से मिलने वाला इनाम का दिन माना जाता है.

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