दो प्रधानमंत्रियों के खिलाफ 'मुर्दा' लड़ चुका है चुनाव, अब PM मोदी को देंगे टक्कर
वाराणसी लोकसभा सीट पर बेहद दिलचस्प तस्वीर देखने को मिल रही है, जहां पीएम मोदी के खिलाफ एक 'जिंदा मुर्दा' ने ताल ठोंक दी है.
इस शख्स का नाम लाल बिहारी 'मृतक' हैं जो कागजों में मुर्दा घोषित किया जा चुका है. इस बार उन्होंने पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से ताल ठोंक दी है.
लोकसभा क्षेत्र 77 वाराणसी से लालबिहारी 'मृतक' सामाजिक कार्यकर्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष मृतक संघ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने जा रहे हैं.
लाल बिहारी मृतक के जीवन पर फिल्म 'कागज' बनी है. जिसमें उनके जीवन के संघर्ष को दिखाया गया है. लालबिहारी अब तक कई चुनाव लड़ चुके हैं.
लाल बिहारी ने 1988 में इलाहाबाद सीट से उन्होंने वीपी सिंह के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ा. इसके बाद अमेठी से राजीव गांधी के खिलाफ मैदान में उतरे.
2024 में PM मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ने जा रहे हैं उन्होंने साफ किया कि वह चुनाव के जरिए प्रशासनिक भ्रष्टाचार को उजागर करेंगे.
लालबिहारी आजमगढ़ के अमीलो गांव के रहने वाले हैं. जिन्हें प्रशासनिक मशीनरी ने कागजों में मुर्दा दिखा दिया था.
18 साल की लंबी कानूनी लड़ाई के बाद वह कागजों में जिंदा हो पाए. लालबिहारी ने खुद को जिंदा साबित करने के लिए कई हथकंडे अपनाए.