कहां से कहां तक चलेगी हाईड्रोजन ट्रेन, जानिये शताब्दी-वंदे भारत से कितनी है अलग?

भारतीय रेलवे अपनी पहली हाइड्रोजन-संचालित ट्रेन को शुरू करने की तैयारी में है जो शून्य प्रदूषण, कम शोर और बेहतर ऊर्जा के साथ पूरे देश में दौड़ेगी.

योजना के अनुसार रेलवे कुल 35 हाइड्रोजन ट्रेनों को चरणबद्ध तरीके से शुरू करेगी.

भारत में हाइड्रोजन ट्रेन हरियाणा के जींद से सोनीपत के बीच दौड़ेगी जो लगभग 89 किलोमीटर के डिस्टेंस को कवर करेगी.

भारतीय रेलवे के अनुसार, ये ट्रेन विश्व की सबसे बड़ी हाइड्रोजन ट्रेनों में से एक होगी जिसकी पैसेंजर कैपेसिटी लगभग 2600 यात्रियों के आसपास की होगी

भारत दुनिया का पांचवा देश बन जाएगा जिसने हाइड्रोजन-संचालित ट्रेन का विकास किया.

इससे पहले चीन, स्वीडन, फ्रांस और जर्मनी में हाइड्रोजन-संचालित ट्रेन का उपयोग किया जा रहा है.

वंदेभारत बिजली से चलने वाली, आधुनिक सुविधाएं और तेज गति वाली है जबकि हाइड्रोजन ट्रेन पर्यावरण के लिए बेहतर, शून्य प्रदूषण, कम शोर और बेहतर ऊर्जा दक्षता के साथ चलेगी.

भारतीय रेलवे की यह नई हाइड्रोजन ट्रेन 1,200 हॉर्सपावर के इंजन से लैस है जो इसे दुनिया की सबसे शक्तिशाली हाइड्रोजन-संचालित ट्रेन बनाती है.