मथुरा, वृन्दावन, गोवर्धन, गोकुल, बरसाना और नंदगांव की होली के बारे में तो आप सभी जानते ही होंगे. यह पूरी दुनिया में काफी ज्यादा प्रसिद्ध है. फुलेरा दूज के दिन से ही मथुरा-वृंदावन सहित पूरे ब्रज में होली शुरू हो जाती है.
फुलेरा दूज का महत्व होली की तरह ही है क्योंकि इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने फूलों की होली मनाई थी. आज का दिन अबूझ मुहूर्त का माना जाता है. इसका अर्थ है कि पंचांग में कोई मुहूर्त देखे ही मंगल कार्य कर सकते हैं क्योंकि यह पूरी तिथि ही शुभ होती है.
ब्रज से जुड़ी एक मजेदार बात यह भी है कि यहां होली का त्यौहार पूरे 40 दिनों तक मनाया जाता है. यहां हर दिन मंदिरों में विभिन्न तरह के उत्सव मनाए जाते हैं. लेकिन, होली के 7 दिनों के दौरान असली जोश और उमंग देखने को मिलता है.
मथुरा-वृंदावन में इस बार होली कि शुरुआत 17 मार्च से होने वाली है. इस दिन बरसाना के राधा रानी मंदिर में फाग आमंत्रण महोत्सव और लड्डू होली का आयोजन किया जाएगा.
मथुरा-वृंदावन में 26 मार्च को होली का समापन हो जाएगा. इस दिन बलदेव के दाऊजी मंदिर पर हुरंगा होली का आयोजन किया जाएगा.