बेशक आपने कई तरह की कारें देखी होंगी, लेकिन यह कार अपने आप में अनोखी है, क्योंकि यह दुनिया की सबसे छोटी कार है।
बेशक आपने कई तरह की कारें देखी होंगी, लेकिन यह कार अपने आप में अनोखी है, क्योंकि यह दुनिया की सबसे छोटी कार है।
हम बात कर रहे हैं Peel P50 के बारे में, जो महज 134 सेंटीमीटर की है। इसे पील नाम की कंपनी ने बनाया है और इसके मालिक एलेक्स ऑर्चिन है।
हम बात कर रहे हैं Peel P50 के बारे में, जो महज 134 सेंटीमीटर की है। इसे पील नाम की कंपनी ने बनाया है और इसके मालिक एलेक्स ऑर्चिन है।
साइज की बात करें तो पील P50 केवल 134 सेमी लंबी, 98 सेमी चौड़ी और सिर्फ 100 सेमी ऊंची है। इसके आलवा, इसका वजन भी महज 59 किलोग्राम है।
साइज की बात करें तो पील P50 केवल 134 सेमी लंबी, 98 सेमी चौड़ी और सिर्फ 100 सेमी ऊंची है। इसके आलवा, इसका वजन भी महज 59 किलोग्राम है।
अपने इस छोटे साइज की वजह से ही 2010 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में इसका नाम दुनिया की सबसे छोटी कार के रूप में दर्ज किया गया।
अपने इस छोटे साइज की वजह से ही 2010 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में इसका नाम दुनिया की सबसे छोटी कार के रूप में दर्ज किया गया।
पील पी50 में 49cc का सिंगल-चेंबर, 2-स्ट्रोक बाइक इंजन है, जो 4.2bhp की पावर और 5Nm का पीक टॉर्क देने में सक्षम है।
पील पी50 में 49cc का सिंगल-चेंबर, 2-स्ट्रोक बाइक इंजन है, जो 4.2bhp की पावर और 5Nm का पीक टॉर्क देने में सक्षम है।
इसके अलावा, यह कार एक 3-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स के साथ आती है, 61 किमी प्रति घंटे की टॉप स्पीड मिलती है, जो कि औसतन 38 मील प्रति घंटे के बराबर है।
इसके अलावा, यह कार एक 3-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स के साथ आती है, 61 किमी प्रति घंटे की टॉप स्पीड मिलती है, जो कि औसतन 38 मील प्रति घंटे के बराबर है।
इस कार को पहली बार 1962 और 1965 के बीच बनाया गया था। बाद में इसका उत्पादन 2010 में फिर से शुरू किया गया था। नया पी50 लंदन में बनाया गया है और मॉडल को कुछ नया स्वरूप मिला है।
इस कार को पहली बार 1962 और 1965 के बीच बनाया गया था। बाद में इसका उत्पादन 2010 में फिर से शुरू किया गया था। नया पी50 लंदन में बनाया गया है और मॉडल को कुछ नया स्वरूप मिला है।