Jagannath Rath Yatra 2025: क्यों निकाली जाती है रथ यात्रा? जानिये पूरी कहानी...
एक बार आषाढ़ के महीने में सुभद्रा ने भगवान जगन्नाथ से शहर देखने की इच्छा जताई.
तब जगन्नाथ भगवान ने अपने बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा को रथ पर बैठाया.
वे उन्हें नगर दिखाने के लिए निकल पड़े भगवान जगन्नाथ, बलभद्र जी और सुभद्रा जी अपनी मौसी के घर गुंडिचा भी गए.
इन तीनों ने अपनी मौसी के घर सात दिनों तक आराम किया.
8 दिनों तक विश्राम करने के बाद भगवान जगन्नाथ फिर से अपने निवास स्थान लौट आते हैं.
विश्राम करके वापस अपने निवास स्थान लौटने के दौरान कई छोटे-छोटे पड़ाव आते हैं, जहां पर कई प्राचीन मंदिरों में भी भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है.
Jagannath Rath Yatra 2025: जगन्नाथ रथ यात्रा कब से शुरू? जानिये सही डेट
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