राजा का डंडा' या न्याय, धर्म और सत्य का प्रतीक... 'जानिये क्या है सेंगोल'
सेंगोल एक बार फिर चर्चा में है...
संसद भवन में स्थापित ऐतिहासिक राजदंड 'सेंगोल' को लेकर एक बार फिर सियासी घमासान शुरू हो गया है.
विपक्षी दलों ने संसद भवन में स्पीकर के आसन के पास स्थापित सेंगोल को हटाने की मांग की है.
चलिए जानते है कि, आखिर क्या है इस सेंगोल की कहनी...
समाजवादी पार्टी (SP) के सांसद आर के चौधरी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने संसद भवन में जहां स्पीकर बैठते हैं
वहां सेंगोल स्थापित कर दिया. सेंगोल का हिंदी अर्थ है राजदंड़, जिसका मतलब है राजा का डंडा.
कहा कि अब देश संविधान से चलेगा या फिर राजा के डंडे से चलेगा.
इसलिए हमारी ये मांग है कि अगर लोकतंत्र को बचाना है तो संसद भवन से सेंगोल को हटाना है.
सेंगोल संस्कृत शब्द "संकु" से लिया गया है, जिसका अर्थ है "शंख".
राजदंड भारतीय सम्राट की शक्ति और अधिकार का प्रतीक था. यह सोने या चांदी से बना था