जानिये लोकसभा  चुनाव में AI क्यों है सबसे बड़ी चुनौती...

लोकसभा चुनाव 2024 में इस बार बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है.

चुनाव प्रचार में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया जा रहा है.

नई टेक्नोलॉजी अपनाने के मामले में अभी तक भारतीय जनता पार्टी बाकी पार्टियों से आगे निकल चुकी है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी टेक्नोलॉजी के मामले में सबसे आगे हैं.

बीजेपी पीएम मोदी के भाषणों को आठ अलग-अलग भाषाओं में बदलने के लिए AI का इस्तेमाल कर रही है.

सोशल मीडया पर बंगाली, कन्नड़, तमिल, तेलुगु, पंजाबी, मराठी, ओडिया और मलयालम जैसी भाषाओं में भी पीएम मोदी का भाषाण सुना जा सकता है.

AI राजनीतिक दलों को वोटरों को बेहतर तरीके से समझने और उन्हें आकर्षित करने में मदद करता है.

चुनाव प्रचार अभियान को ज्यादा प्रभावी और असरदार बना सकता है.

वोटों की गिनती को सीधे देखने (रियल-टाइम) जैसी चीजें भी एआई की मदद से हो सकती हैं.

अगले दो सालों में सबसे बड़ा खतरा फेक न्यूज है जिन्हें बनाने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है.

लोकसभा चुनाव 2024: बीजेपी की चालबाजी से सावधान रहना है- कमलनाथ