सुहागरात को पति-पत्नी के वैवाहिक जीवन की शुरुआत मानी जाती है. जीवन की शुरुआत में मिठास घोलने के लिए दूध में चीनी, हल्दी और केसर मिलाकर दिया जाता है जिससे संबंध मजबूत बनें
दूध से सेरोटोनिन हॉर्मोन भी निकलता है। यह विटामिन और पोषक तत्वों का बड़ा श्रोत हैं। सुहागरात को दूध पिया जाता हैं ताकि वह शरीर में आई द्रवों की कमी को पूरा कर दे।
दूध में मौजूद प्रोटीन की मदद से टेस्टोस्टेरॉन और एस्ट्रोजन नामक दो सेक्स हॉरमोन भी बनते हैं। इसलिये दूल्हे को दूध और बादाम का प्रोटीन से भरा मिश्रण दिया जाता है।
आयुर्वेद के अनुसार दूध सात्विक और पोषण पहुंचाने वाला आहार है। यह कामोद्दीपक का काम भी करता है और साथ ही प्रजनन कोशिकाओं को पोषण भी देता है।
आयुर्वेद के अनुसार गाय का दूध न सिर्फ शरीर में सेक्स की इच्छा बढ़ाता है बल्कि होने वाला बच्चा भी काफी बलवान होता है।