4 साल में एक बार आता है लीप ईयर, जानिए इससे जुड़े रोचक फैक्ट
4 साल के अंतराल पर लीप ईयर आता है, यानी जिस साल में फरवरी माह में 29वां दिन होता है उस साल को लीप ईयर कहा जाता है. इस साल 365 की जगह 366 दिन होंगे.
रोमन डिक्टेटर जूलियस सीजर ने 45 ईसा पूर्व में जूलियन कैलेंडर के लिए लीप डे की स्थापना की थी. हालांकि पहले लीप ईयर 29 फरवरी को नहीं होता था. इसे 24 फरवरी को माना गया था.
पहले के समय में चीनी लोग एक परंपरा का पालन करते थे, जिसके मुताबिक वो लोग कैलेंडर में कुछ स्थानों की जगह पूरे एक महीने को जोड़ा करते थे. हालांकि आखिरी बार ऐसा साल 2015 में किया गया था, लेकिन उसके बाद से ऐसा नहीं हुआ.
दुनिया में दो लीप ईयर की राजधानियां हैं, जिन्होंने खुद को लीप ईयर की राजधानी घोषित किया है. ये हैं एंथोनी टेक्सास और एंथोनी न्यू मैक्सिको. इसलिए हर चार बाद यहां पर भव्य आयोजन किया जाता है.
जो बच्चे लीप ईयर के दिन पैदा होते हैं उनका जन्मदिन 28 फरवरी या फिर 1 मार्च को मनाया जाता है. इसके अलावा पहले के समय में उन्हें लीप लिंग और लीप ईयर बच्चे के नाम से जाना जाता था.
पहले के समय में लीप ईयर को धूमधाम से मनाया जाता था. इस दिन महिलाएं पुरुषों के प्रति अपने प्यार का इजहार करती थी. लेकिन धीरे-धीरे ये परंपरा खत्म हो गई.