1000 रुपए का कमाल : जानिए वन ग्राम की ममता की कैसे बदली जिंदगी
छत्तीसगढ़ के वन ग्राम बल्दा कछार की महिला ममता की कहानी
जिसके जीविकोपार्जन का जरिया बांस शिल्प की कलाकृति है
लेकिन कई बार उसके पास अपनी इस कला को संवारने के पैसे नहीं होते थे
ममता के जीवन में चुनौतियों का अंबार था.
मगर एक हजार रुपये ने न केवल ममता की तकदीर बदली, बल्कि जिंदगी की तस्वीर भी
ममता के जीवन में 1 हजार का महत्व...
एक वक्त था जब ममता के पास बांस खरीदने तक के पैसे नहीं थे.
साय सरकार की महतारी वंदन योजना ने ममता की किस्मत बदल दी.
उसके खाते में हर महीने 1 हजार रुपये की राशि आती है.
जिसकी मदद से ममता के पीढ़ी दर पीढ़ी की इस कलाकृति को आज नया बाजार मिला गया है.