महाकुंभ में आधी रात को ही क्यों होती है किन्नर अखाड़े में पूजा?

महाकुंभ हो या कुंभ, हमेशा आधी रात को ही किन्नर अखाड़े में अघोरी काली पूजा की जाती है.

यह पूजा तंत्र विधान के मुताबिक होती है. इस पूजा में डमरू की गूंज और मंत्रोच्चारण किया जाता है.

यह पूजा किन्नर अखाड़े की तांत्रिक परंपराओं का एक अहम हिस्सा है.

एक बड़े हवन कुंड के चारों ओर दीपों से सजी मानव खोपड़ियां, गूंजते डमरू 

और मंत्रोच्चारण की थरथराती आवाजें माहौल को रहस्यमय और आध्यात्मिक बनाती हैं.

यह साधना तंत्र विद्या, आध्यात्मिक शक्ति और आस्था का अद्वितीय संगम होती है.

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