महाशिवरात्रि का त्योहार शुक्रवार को मनाया जाएगा। इस मौके पर आज हम श्रीशैलम पर्वत पर स्थित मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग की महिमा के बारे में जानेंगे।

 आंध्र प्रदेश का श्रीमल्लिकार्जुन मंदिर भारत के बारह ज्योतिर्लिगों में से एक है। यह ज्योतिर्लिग कृष्णा नदी के तट पर श्रीशैलम पर्वत पर स्थित है।

मल्लिका का अर्थ माता पार्वती का नाम है, वहीं अर्जुन भगवान शंकर को कहा जाता है। यहां भगवान शिव की मल्लिकार्जुन के रूप में पूजा की जाती है।

अनेक धर्मग्रन्थों में इस स्थान की महिमा बताई गई है। महाभारत के अनुसार श्रीशैल पर्वत पर भगवान शिव का पूजन करने से अश्वमेध यज्ञ करने का फल प्राप्त होता है।

कुछ ग्रन्थों में तो यहां तक लिखा है कि श्रीशैल के शिखर के दर्शन मात्र करने से भक्तों के सभी प्रकार के कष्ट दूर भाग जाते हैं।

आप सड़क, रेल और हवाई यात्रा के जरिए इस ज्योतिर्लिग के दर्शन कर सकते हैं। हैदराबाद से आप बस या फिर टैक्सी के जरिए श्रीशैलम पहुंच सकते हैं।