महाशिवरात्रि विशेष
दुर्ग जिले के रानीतराई से तीन किलोमीटर दूर खारून नदी के तट पर स्थित ग्राम कौही में स्वयंभू शिवलिंग का आकार बढ़ रहा है।
दुर्ग जिले में देवबलौदा गांव में प्राचीन शिव मंदिर का निर्माण कलचुरी युग में एक ही व्यक्ति ने छमासी रात में की थी।
छत्तीसगढ़ में विश्व का सबसे बड़ा स्वयं-भू शिवलिंग गरियाबंद जिले में भूतेश्वर महादेव एक अर्धनारीश्वर प्राकृतिक शिवलिंग है।
छत्तीसगढ़ के कवर्धा में सिद्धपीठ उमापति पंचमुखी बूढ़ा महादेव मंदिर में स्वयंभू शिवलिंग है।
भोरमदेव मंदिर परिसर छत्तीसगढ़ राज्य में भगवान शिव को समर्पित चार हिंदू मंदिरों का एक समूह है।