MGNREGA Name Change: जानें एक योजना का नाम बदलने पर कितना होता है खर्च?

केंद्र सरकार मनरेगा का नाम बदलने की तैयारी में है.

इसी बीच आइए जानते हैं कि अगर किसी सरकारी योजना का नाम बदला जाए तो उसमें कितना खर्च आता है.

केंद्र सरकार की किसी भी योजना का नाम बदलने की कोई तय या आधिकारिक घोषित लागत नहीं होती.

इसके बजाय इसमें मंत्रालयों, राज्यों और जिलों में फैले खर्च की कई परतें शामिल होती हैं.

अंतिम लागत योजना के आकार और विस्तार के साथ-साथ फिजिकल और डिजिटल सिस्टम में कितनी गहराई से जुड़ी हुई है इस बात पर निर्भर करती हैं.

अब मनरेगा भारत के हर जिले और लगभग हर गांव में काम करती है इस वजह से छोटे से छोटे बदलाव में भी बड़े खर्च आएंगे.

खर्च का पहला स्तर प्रशासनिक और कानूनी प्रक्रियाओं से आता है.

इसमें एक नए बिल को तैयार करना और पास करना, नोटिफिकेशन को जारी करना, नियमों में बदलाव करना और आधिकारिक रिकॉर्ड अपडेट करना शामिल है.