MP Election Special:  जानिए कांग्रेस के चाणक्य दिग्विजय सिंह को क्यों कहते है दिग्गी राजा ?

कांग्रेस के कद्दावर नेता माने जाने वाले दिग्विजय सिंह को ‘दिग्गी राजा’ या ‘राजा साहब’ के नामों से भी संबोधित किया जाता है.

राजनीतिक बयानबाजी में भी उनके लिए ‘दिग्गी राजा’ नाम का इस्तेमाल किया जाता है.

कई बार वह इस संबोधन से नाराज भी हो जाते हैं तो कुछ मौकों पर उन्हें इस पर मुस्कुराते हुए भी देखा गया है.

आमतौर पर लोग उनके इस नाम को राघोगढ़ राजघराने से जोड़कर देखते हैं, हालांकि यह तर्क भी गलत नहीं है, इस कनेक्शन के कारण भी उन्हें दिग्गी राजा कहा जाता है.

दिग्विजय को यह नाम 1980 के दशक की शुरुआत में मिला जब वे लोकसभा के सांसद थे. 1984 में प्रधानमंत्री बनने के बाद राजीव गांधी ने पूरे देश से युवा कांग्रेसियों को अपने कोर ग्रुप में चुना था. दिग्विजय भी इनमें से एक थे.

दिल्ली में एक डिनर पार्टी हो रही थी जिसमें कांग्रेस के कई नेता और शीर्ष पत्रकार शामिल थे, इनमें आर के करंजिया भी थे. जो एक अखबार के संपादक थे.

वे दिग्विजय से बात कर रहे थे, लेकिन उनके नाम का सही उच्चारण नहीं कर पा रहे थे.  इसी पार्टी में करंजिया ने दिग्विजय को पहली बार दिग्गी राजा कहकर संबोधित किया था.

इसके बाद से दिग्गी राजा नाम उनके साथ जुड़ गया. व्यक्तिगत संबोधन  से लेकर अखबारों की हेडलाइन में उनके लिए दिग्गी राजा नाम धड़ल्ले से इस्तेमाल होता है. हालांकि दिग्विजय खुद इसे पसंद नहीं करते, इसके लिए वे कई बार नाराज होते भी देखे गए है.