MP Election Special: इस विधानसभा सीट से जुड़ा है अनूठा मिथक, जीतने वाली पार्टी की प्रदेश में बनी है सरकार1
1993 के बाद से मध्य प्रदेश की बैतूल विधानसभा के बारे में यह मिथक लगातार बना हुआ है ‘जिसका बैतूल उसका मध्यप्रदेश’.
दरअसल बैतूल विधानसभा क्षेत्र को लेकर पहला मिथक यह है कि यहां जिस पार्टी का प्रत्याशी जीतकर आता है प्रदेश में उसी पार्टी की सरकार बनती है.
1952 के बाद से केवल एक बार 1980 में ये मिथक टूटा था लेकिन उसके बाद से दोबारा यह मिथक आज तक कायम है.
वहीं दूसरा मिथक यह है कि 1980 के बाद से अब तक बैतूल विधानसभा में किसी भी पार्टी का प्रत्याशी लगातार दो बार चुनाव नहीं जीता सका है.
1977 में जनता पार्टी ने यहां चुनाव जीता और प्रदेश में जनता पार्टी की सरकार बनी. वहीं 1990 में भाजपा के भगवत पटेल यहां से चुनाव जीते और प्रदेश में सुंदरलाल पटवा की सरकार बनी थी.
इसके अलावा 1993 में कांग्रेस के डॉ. अशोक साबले विधायक चुने गए थे और मध्यप्रदेश में दिग्विजय सिंह की सरकार बनी थी. तब से लेकर अब तक यह मिथक लगातार जारी है.
वहीं 2018 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस के निलय विनोद डागा को यहां से जीत मिली थी और प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी थी.
इस बार कांग्रेस पार्टी ने इस सीट पर वर्तमान विधायक निलय डागा को फिर से चुनाव मैदान में उतारा है. वहीं बीजेपी ने पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल को अपना प्रत्याशी बनाया है.