उल्टी बहती है मां नर्मदा की धारा...जानिए इसकी पीछे की दिलचस्प कहानी
नर्मदा नदी को एमपी की जीवनदायिनी नदी कहा जाता है. इस नदी को लोग मां नर्मदा के नाम से पूजते हैं. क्या आप जानते कि नर्मदा नदी उल्टी दिशा में क्यों बहती है ? आज हम आपको इस बारे में बताने वाले हैं.
अधिकतर नदियां पश्चिम से पूर्व की ओर बहती हैं और बंगाल की खाड़ी में गिरती हैं. लेकिन नर्मदा विपरीत दिशा में बहते हुए पूर्व से पश्चिम की ओर बहती है और अरब सागर में जा कर गिरती है.
इसके पीछे एक पौराणिक कहानी है कि मां नर्मदा का विवाह सोनभद्र से तय हुआ था, लेकिन नर्मदा की सहेली जोहिला के कारण दोनों का विवाह नहीं हो सका.
दोनों के बीच दूरियां आ गईं. इससे क्रोधित हो कर नर्मदा ने आजीवन कुंवारी रहने का फैसला किया. इसके बाद मां नर्मदा ने उल्टी दिशा में बहने का फैसला किया.
वहीं, वैज्ञानिकों का मानना है कि विपरीत दिशा में बहने की वजह इसकी भौगोलिक स्थिति है. गुजरात और एमपी की प्रमुख नदी का उल्टी धारा का कारण रिफ्ट वैली है.
रिफ्ट वैली का अर्थ होता है कि नदी का बहाव जिस दिशा में होता है, उसका ढलान उसके विपरीत दिशा में हो.
नर्मदा नदी अमरकंटक की मैखल पर्वत श्रृंखला से निकलती है. 1,312 किमी की यात्रा के बाद यह अरब सागर में जाकर मिल जाती है.