न जलाते, न दफनाते, तो इस देश में कैसे होता है अंतिम संस्कार
दुनिया में हर समाज में अंतिम संस्कार की अलग परंपराएं होती हैं. जहां हिंदू शव को जलाते हैं और मुस्लिम-ईसाई दफनाते हैं. दुनिया का एक ऐसा भी देश जहां शव को न तो जलाते हैं और न ही दफनाते हैं.
अफ्रीकी देश पापुआ न्यू गिनी में भी ऐसी ही कुछ परंपराएं हैं, जो सुनने में बेहद अनोखी लगती हैं और आम इंसान की सोच से परे होती हैं. ये प्रथाएं उन्हें बाकी दुनिया से अलग बनाती हैं.
यहां अंतिम संस्कार को लेकर बेहद डरावनी परंपरा है. इन जनजातियों में मृत्यु के बाद शव को संरक्षित करने के लिए किसी ऊंचे स्थान पर या पहाड़ी क्षेत्र में बास से लटका देते हैं.
पूर्वज से अपनी सुरक्षा और आशीर्वाद के लिए मृत शरीर को संरक्षित करना उनके लिए सम्मान और आस्था का प्रतीक है. यह परंपरा इस जनजाति के लिए उनकी पहचान और विरासत को संरक्षित रखने का तरीका है.
पापुआ न्यू गिनी की यह अनोखी परंपरा दुनिया भर के पर्यटकों और शोधकर्ताओं को आकर्षित करती है. लोग यहां की संस्कृति और परंपराओं को करीब से समझने के लिए आते हैं.