52 शक्तिपीठों में से एक मंदिर ऐसी जहां मां की मूर्ति नहीं

नवरात्रि में देवी दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की विशेष पूजा की जाती है.

माउंट आबू से 45 किमी. दूर अम्बा माता का प्राचीन शक्तिपीठ है. यह मंदिर गुजरात और राजस्थान की सीमा पर स्थित है.

यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में शामिल है. खास बात यह है कि इस मंदिर में कोई मूर्ति नहीं है.

लेकिन  नवरात्रि के दिनों में यहां भक्तों का तांता लगा रहता है.

अम्बाजी मंदिर गुजरात के बनासकांठा में स्थित है. यह मंदिर अम्बा देवी को समर्पित है.

पवित्र “श्री विजय यंत्र” की पूजा मूर्ति के बजाय मुख्य देवता के रूप में की जाती है. कोई भी नग्न आँख इस यंत्र को नहीं देख सकती.

इसलिए आंखों पर पट्टी बांधकर पूजा की जाती है.

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