परमा एकादशी व्रत : बरसेगी भगवान विष्णु की कृपा, जानिये क्या है पूजा महत्व
सनातन हिंदू परंपरा में एकादशी तिथि का बहुत बड़ा महत्व माना गया है, साल में कुल 24 एकादशी की तिथियां आती हैं जिनमें 12 शुक्ल पक्ष और 12 कृष्ण पक्ष में पड़ती है
अभी मलमास चल रहा है इसीलिए इस दौरान पड़ने वाली एकादशी को परमा एकादशी कहा जाता है. आइए जानते हैं परमा एकादशी का शुभ मुहूर्त और पूजा महत्त्व
पूजा विधिपरमा एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान–ध्यान कर लें। इसके बाद भगवान विष्णु की प्रतिमा के सामने पूजा और व्रत का संकल्प लें, इसके अलावा रात में जागरण करते हुए भजन–कीर्तन करना शुभ है
पूजा विधि
इस व्रत के दौरान पांच दिन तक स्वर्ण दान, विद्या दान, अन्न दान, भूमि दान और गौ दान करना चाहिए।
पीले रंग के वस्त्र चढ़ाएं, उनका आसन भी पीले रंग का होना चाहिए, साथ ही उन्हें हल्दी, पीला चंदन, अक्षत, पीले फूल, इत्र, धूप-दीप चढ़ाएं। इस दिन भगवान विष्णु को तुलसी दल अर्पित करना बहुत ही शुभ माना जाता है।
भगवान विष्णु को ये चीजें करें अर्पित
सनातन हिंदू पंचांग के अनुसार 11 अगस्त को सुबह 5 बजकर 06 मिनट पर एकादशी तिथि की शुरुआत होगी, जबकि 12 अगस्त को 6 बजकर 31 मिनट पर इसकी समाप्ति होगी. व्रत 12 अगस्त के दिन रखा जाएगा
शुभ मुहूर्त
इस व्रत को करने से सत्यवादी राजा हरिश्चन्द्र को पुत्र, स्त्री और राज्य की प्राप्ति हुई थी, इसके अलावा, अधिक मास की परमा एकादशी के दिन भगवान विष्णु की विधि
परमा एकादशी का महत्व
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