नतीजे चौंकाने वाले थे, क्योंकि प्रेग्नेंसी के दौरान, खासकर लेट स्टेज में, ग्रे मैटर वॉल्यूम में कमी देखी गई. वहीं डिलीवरी के बाद इसमें आंशिक रिकवरी भी हुई.
यह 'यू-शेप पैटर्न खासतौर पर उन ब्रेन रीजन में पाया गया जो सोशल कॉग्निशन, डिसीजन-मेकिंग और इमोशनल प्रोसेसिंग से जुड़े होते हैं.