S-400 बना भारत का सुदर्शन कवच, पाकिस्तान के सभी हवाई हमलों को किया ध्वस्त, जानें इसकी खासियत
पाकिस्तान ने भारत के 15 शहरों अवंतिपुरा, चंडीगढ़, श्रीनगर, नाल, जम्मू, फलोदी, पठानकोट, उत्तर लई, अमृतसर, भुज, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर और बठिंडा शहरों में हमले करने की कोशिश की
इन हमलों को S-400 ने नाकाम कर दिया है, 'S-400 सुदर्शन चक्र' नाम इस सिस्टम को भारतीय पहचान देने का एक तरीका है
भगवान विष्णु का चक्र जैसे न्याय का प्रतीक माना जाता है, वैसे ही S-400 को भारत की रक्षा के लिए एक ढाल माना जाता है.
भारत का S-400 ट्रिम्फ रूस से आया है. इसे रूस की अल्माज-एंटे कंपनी ने बनाया है, यह हवा में मौजूद खतरों को पहचान सकता है
यह सिस्टम फाइटर जेट, ड्रोन, क्रूज मिसाइल और यहां तक कि बैलिस्टिक मिसाइल को भी 400 किलोमीटर की दूरी से नष्ट कर सकती है
यह 80 टारगेट्स को ट्रैक और 36 पर एकसाथ निशाना साध सकता है, इसका रडार 600 किलोमीटर दूर तक के लक्ष्य को भी देख सकता है
भारत के S-400 के चार वैरिएंट्स हैं. जिनकी रेंज 40 किमी, 120 किमी, 200-250 किमी और सबसे अधिक 400 किलोमीटर है
मौजूद S-400 के चारों वैरिएंट्स की अलग-अलग गति है, 40 KM रेंज वाले की गति 3185 KM/घंटा है.
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट के अनुसार भारत का S-400 दुनिया का सबसे आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम है.
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