Sawan 2025: शिवजी को भूलकर भी न चढ़ाएं ये फूल, वरना नहीं मिलेगा पूजा का फल
आज यानि 11 जुलाई से सावन महीने की शरुआत हो गई है, जिसका समापन 9 अगस्त 2025 को होगा.
सावन के महीने में हर दिन और विशेष रूप से सावन सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा-उपासना करने से जीवन में हर तरह की सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है.
ऐसे में चलिए जानते है कि, शिवलिंग पर कौन से फूल नहीं चढ़ाने चाहिए...
1. केतकी का फूल: शास्त्रों के अनुसार, केतकी फूल को शिवलिंग पर चढ़ाना निषिद्ध है क्योंकि इसने ब्रह्मा जी के झूठ का समर्थन किया था. इसी कारण भगवान शिव ने इसे अपनी पूजा में वर्जित कर दिया.
2. तुलसी के पत्ते: तुलसी माता को भगवान विष्णु की प्रिय माना जाता है, इसलिए शिवलिंग पर तुलसी पत्र चढ़ाना वर्जित है.
3. चंपा का फूल: चंपा की महक भले ही सुगंधित हो, लेकिन इसकी पंखुड़ियों में सूक्ष्म कीटाणु होते हैं. अतः यह अशुद्ध मानी जाती है और शिव पूजा में निषेध है.
4. पलाश का फूल: पलाश अग्नि तत्व का प्रतीक होता है और शिव की शीतल प्रकृति के विपरीत माना जाता है. इसलिए इसे शिवलिंग पर नहीं चढ़ाया जाता.
5. नागकेसर का फूल: हालांकि यह फूल अन्य देवताओं की पूजा में प्रयुक्त होता है, लेकिन शिवलिंग पर इसे चढ़ाना वर्जित बताया गया है
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