Sawan Kanwar Yatra 2025: किसने की थी सबसे पहले कांवड़ यात्रा की शुरुआत...
सावन के महीने में कांवड़ यात्रा की शुरुआत होती है इस दौरान भक्तों को कई नियम का पालन करना पड़ता है, जिससे यात्रा सफल होती है
कांवड़ यात्रा भगवान शिव की भक्ति का प्रतीक है, ऐसे में चलिए जानते है कि, कैसे हुई कांवड़ यात्रा की शुरुआत...
पौराणिक कथा के अनुसार, त्रेतायुग में श्रवण कुमार ने कांवड़ यात्रा की शुरुआत की थी.
एक बार श्रवण कुमार के माता-पिता ने गंगा स्नान करने की इच्छा जाहिर की.
तो ऐसे में श्रवण कुमार अपने माता-पिता को कांवड़ में बैठाकर हरिद्वार पहुंचे, तो उन्होंने वहां गंगा स्नान किया और माता-पिता के साथ गंगाजल साथ लाए थे.
इसके बाद उस जल से महादेव का अभिषेक किया, ऐसा माना जाता है कि तभी से कांवड़ यात्रा की शुरुआत हुई.
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