नवरात्रि के तीसरे दिन माता चंद्रघंटा की पूजा की जाती है, मां चंद्रघंटा को पापों की विनाशनी कहा गया है
इनके माथे पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र बना हुआ है,
इसी कारण से इन्हें चंद्रघंटा कहा जाता है.
कौन है माता चंद्रघंटा
सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 06 बजकर 21 मिनट से दोपहर 01 बजकर 22 मिनट तक रहेगा और अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:03 से 12:52 तक रहेगा
शुभ मुहूर्त
मां चंद्रघंटा की पूजा के समय सफेद, भूरा या स्वर्ण रंग का वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है।
शुभ रंग
माता को इस दिन दूध से बने मिष्ठान का भोग लगाएं, और मान्यता है कि माता को शहद भी प्रिय है.
भोग
पिण्डजप्रवरारूढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता। प्रसादं तनुते मह्यं चंद्रघण्टेति विश्रुता।।
मां चंद्रघंटा का मंत्र
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