प्रकृति और वन्यजीव प्रेमियों के लिए स्वर्ग के समान सिंहराजा अभ्यारण्य, पाई जाती हैं 30 से अधिक पंछियों की प्रजातियां 

सिंहराजा वन अभ्यारण्य प्रकृति और वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग है.

इसे यूनेस्को ने बायोस्फीयर रिजर्व के रूप में वर्ष 1988 में बतौर विश्व धरोहर में शामिल किया.

लगभग 112 वर्ग किलोमीटर में फैले इस अभ्यारण्य में कई प्रकार के जलीय जीव, उभयचर, सरीसृप, पशु स्वच्छंद विचरण करते हुए दिख जाएंगे.

सिंहराजा अभ्यारण्य श्रीलंका का राष्ट्रीय उद्यान है.

यहां सैकड़ों प्रकार की वनस्पतियां और 30 से  अधिक पंछियों की  प्रजातियां पाई जाती हैं.

यह रिजर्व पूर्व से पश्चिम  तक 21 किमी और उत्तर से  दक्षिण तक 7 किमी  फैला हुआ है.

बताया जाता है कि यह अभ्यारण्य तत्कालीन शासकों का शिकार स्थल था.

अभ्यारण्य को 'किंगडम ऑफ लायन' के नाम से भी जाना है. पहाड़ियों से घिरे होने के  कारण यहां मानवीय पहुंच  बहुत कम होती है.

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